जौनपुर। एक फिल्म आई थी ‘पीपली लाइव’ जिसका गीत काफी लोकप्रिय हुआ था। इस गीत के जरिए कमर तोड़ 'महंगाई' की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया गया है।
हमारे देश में महंगाई और रोजगार जैसे मुद्दों पर जनता में लामबंदी बहुत कम देखी जाती है, लोग सड़कों पर नहीं उतरते तो मान लीजिए कि यह सरकारों का सौभाग्य है। असल में यही देश का दुर्भाग्य भी है।
कोई कहता है पुराने दिन ही भले थे, कोई अच्छे दिन की ढांढस बंधाता रह जाता है। लेकिन समस्या जस की तस मुंह बाय़े खड़ी है।
फिल्म 'पिपली लाइव' के इस गीत को गाया था फिल्म और थियेटर की दुनिया के जाने-माने अभिनेता रघुवीर यादव ने। महंगाई की मार से कराहते लोग गीत में अपने दर्द का सामाजिक उपचार खोज लेते हैं और उन तकलीफों का एहसास ही ऐसे गीतों को जन्म देता है।
सोमवार को घरेलू सिलेंडर के दाम 50 रुपया बढ़ा दिया गया जिसका सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा जिसकी कमर पहले से ही महंगाई से झुकी हुई है। सरसों का तेल 95 रुपए लीटर में जो मिलता था वह अब 220 या उससे अधिक दाम में मिल रहा है। वहीं सरकार ने एक्साइज ड्यूटी डीजल और पेट्रोल पर बढ़ा दिया है जिससे उम्मीद है कि अब पेट्रोल डीजल के दामों में और आग लगेगी। फिलहाल आम जनता की कमर महंगाई ने तोड़ रखी है।
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