Jaunpur
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर सपाजनों, पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने शनिवार की दोपहर में कलेक्ट्रेट परिसर में जिलाध्यक्ष राकेश मौर्या के नेतृत्व में सैकड़ो सपा कार्यकर्ता द्वारा गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के अपमान को लेकर जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
कलेक्ट्रेट का भ्रमण कर सैकड़ों की संख्या में मौजूद सपा कार्यकताओ ने बाबा साहेब का चित्र हांथो में लेकर बाबासाहब का अपमान नही सहेगा हिन्दुस्तान, बाबासाहब के सम्मान में एकजुट पीडीए मैदान में, अमित शाह माफी मांगो अमित शाह इस्तीफा दो, अमित शाह को बर्खास्त करो, बाबा तेरा मिशन अधूरा अखिलेश यादव करेंगे पूरा जैसे गगनभेदी नारों से सपाजनों के आक्रोश के भाव झलक रहे थे। सैकड़ों पार्टीजनों ने विरोध दर्शाया और महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष राकेश मौर्य ने कहा कि संविधान निर्माता, भारत रत्न डॉ. बाबासाहब भीमराव अंबेडकर जी के अपमान से देश के करोड़ों करोड़ दलितों, पिछड़ों, शोषितों, वंचितों के सम्मान को आघात पहुंचा है हम सब उनके कट्टर अनुयाई हैं हम बाबासाहब का अपमान कत्तई बर्दाश्त नहीं करेंगे। अमित शाह को पद से बर्खास्त किया जाए।
पूर्व मंत्री शैलेन्द्र यादव ललई, सांसद प्रिया सरोज, विधायक तूफानी सरोज, पूर्व मंत्री दीपचंद सोनकर, पूर्व विधायक राजनरायन बिंद, पूर्व विधायक लालबहादुर यादव, पूर्व विधायक श्रद्धा यादव, पूर्व ज़िला पंचायत अध्यक्ष राजबहादुर यादव ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह के आपत्तिजनक बयान से भाजपा के संविधान और बाबासाहब के प्रति नफरत के भाव आज खुलकर सामने आ गए, ऐसे में भाजपा संविधान विरोधी है और बाबासाहब से नफरत करती है।
भाजपा और अमित शाह माफी मांगे और अमित शाह गृहमंत्री के पद से इस्तीफा दें।
उक्त अवसर पर जिलाध्यक्ष राकेश मौर्य सहित पार्टी के सभी जनप्रतिनिधियो एवं नेताओं कार्यकर्ताओं द्वारा दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि 17 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भारत रत्न बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के बारे में राज्यसभा में बेहद आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणी की है।यह टिप्पणियां न केवल भारत के महानतम नेताओं में से एक अद्वितीय विरासत का अपमान है, बल्कि उन करोड़ों भारतीयों का भी घोर अपमान है जो उन्हें भारतीय संविधान के निर्माता और सामाजिक न्याय के प्रणेता के रूप में पूजते हैं।एक संवैधानिक पदाधिकारी द्वारा इस तरह के बयान बेहद अपमानजनक हैं। जो हमारे गणतंत्र के नींव को कमजोर करने का एक खतरनाक प्रयास है। डॉक्टर अंबेडकर समानता न्याय और हमारे संविधान में निहित लोकतांत्रिक सिद्धांतों के प्रतीक हैं। उनके नाम को कलंकित करने का कोई भी प्रयास इन मूल्यों का अपमान है और हमारे राष्ट्र की सामाजिक सद्भाव के लिए खतरा है।
उक्त के संदर्भ में महामहिम राष्ट्रपति से आग्रह है, कि आप भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर पर की गई इस प्रकार की अपमानजनक टिप्पणी करने वाले अमित शाह के इस्तीफे और उनकी आपत्तिजनक टिप्पणियों के लिए सार्वजनिक माफी मांगने के लिए बाध्य करें, अन्यथा समाजवादी पार्टी जन आंदोलन के लिए बाध्य होगी। इस मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. अवधनाथ पाल, प्रदेश सचिव हिसामुद्दीन शाह, संजय सरोज, दीपचंद राम, जयहिंद यादव, रमापति यादव, सैयद आरिफ, रुखसार अहमद, पूनम मौर्य, श्रवण जायसवाल, रत्नाकर चौबे, ज़िला उपाध्यक्ष गण श्यामबहादुर पाल, हीरालाल विश्वकर्मा, महेंद्र यादव, विक्रमजीत बिंद, जितेंद्र यादव, सुरेश यादव, डॉ. सरफराज़ खान, इरशाद मंसूरी, केशजीत यादव, ज़िला महासचिव आरिफ हबीब, राजन यादव, विकास यादव, राहुल त्रिपाठी, निज़ामुद्दीन अंसारी, गुलाब यादव, नेपाल यादव, डॉ जंगबहादुर यादव, अजय मौर्य, अजय विश्वकर्मा, भानु मौर्य, दीपक विश्वकर्मा, विधानसभा अध्यक्ष गण वीरेंद्र यादव, सोचनराम विश्वकर्मा, रामजतन यादव, राम अकबाल यादव, नीरज पहलवान, रामू मौर्य, नंदलाल यादव, मिथिलेश यादव, सूर्यभान यादव, कमाल आज़मी, फ्रंटल के अध्यक्ष गण दिलीप प्रजापति, गुड्डू सोनकर, अशोक नायक, अमित गौतम, हरीशचंद्र प्रभाकर, डॉ शबनम नाज़, शर्मीला यादव, श्यामनारायण बिंद, सोनी यादव, दिनेश फौजी, दीपक गोस्वामी नगर अध्यक्ष कमालुद्दीन अंसारी, मुकेश यादव, धर्मेंद्र सोनकर, प्रवीण सरोज, अशोक निषाद, संजय गौतम, राकेश अहीर, रियाजउद्दीन अल्वी, राजा नवाब, अरविंद यादव, राजेश यादव, रजनीश मिश्रा, पवन मंडल, सहित सैकड़ों पदाधिकारी, नेताओं एवं कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही।
उक्त आशय की सूचना ज़िला महासचिव आरिफ हबीब ने दी है।
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