खुटहन। प्रदेश की योगी सरकार एक तरफ जहां करोड़ों का बजट शिक्षा विभाग को देती ताकि देश का भविष्य उज्जवल हो सके। वहीं सरकार को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे शिक्षा विभाग के अधिकारी। जहां एक तरफ अर्द्धवार्षिक परीक्षा होने का समय आ गया हैं वहीं कुछ अभिभावक व जूनियर हाई स्कूल के प्रधानाचार्यों से जानकारी मिली है कि अभी तक बच्चों को पूरी तरह से किताबें नहीं उपलब्ध हो पायी है। खुटहन ब्लाक के अन्तर्गत आने वाले सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय में अध्ययनरत क्लास 6,7,8 के बच्चों का भविष्य अंधकार में दिखता नजर आ रहा है। एक तरफ सरकार दावा करती है शिक्षा के क्षेत्र में अग्रसर विकास हो रहा है। नयी नयी शिक्षा प्रणाली लायी जा रहीं है। बच्चों को विद्यालयों की तरफ से अगस्त माह में किताबों का वितरण नहीं हुआ है। ऐसे में बच्चे पढ़ाई कैसे करें। अभिभावक द्वारा पता चला है कि माध्यमिक विद्यालयों में किताबों की सप्लाई आपूर्ति है जिस कारण से विद्यालय द्वारा किताब बच्चों को वितरित नहीं किया जा रहा है। अक्टूबर महीना चल रहा हैं। शिक्षा क्षेत्र में किताबों पर लगभग 18 % टैक्स है। लगभग एक तिहाई पढ़ाई खत्म होने के कगार पर है जब कि सरकार द्वारा बच्चों को किताबों का वितरण किया जाना है। जिम्मेदार अधिकारी भी सक्रिय नहीं है अन्यथा इस प्रकार की अव्यवस्था ना होती। खबर के माध्यम से जिलाधिकारी एवं उच्च अधिकारियों को ध्यान आकृष्ट कराया जा रहा है ताकि बच्चों को किताब वितरण की व्यवस्था सुचारु रूप से चालू हो सके। बच्चे अपनी पढ़ाई कर सके क्या किताबें समय रहते बच्चों में उपलब्ध हो जाएगी यह अभी प्रश्न चिन्ह बना हुआ है।
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