👉गंगा जमुनी तहजीब की मिशाल पेश करते मोहरियांव के लोग
Jaunpur
सुजानगंज क्षेत्र के मोहरियाँव गांव में सन 1991 से अब तक निरंतर चल रही आदर्श रामलीला धर्म मंडल समिति द्वारा रामलीला का मंचन किया जाता है।
यह रामलीला इस बार 18 अक्टूबर से शुरू होगा। इस रामलीला के संस्थापक स्व०रामजीत तिवारी थे। इस रामलीला की विशेषता यह है कि यहां हिंदू युवकों के साथ मुस्लिम युवक भी महत्वपूर्ण पात्र में नजर आते हैं।
यहां मंदोदरी की भूमिका में सुहेल पुत्र दीन मोहम्मद, सुशेन वैद्य की भूमिका में चांद मोहम्मद पुत्र सत्तार अहमद तथा सुमित्रा की भूमिका में अफरोज पुत्र इशहाक नजर आते हैं। मुस्लिम युवकों के मंचन को देखकर यह कतई नहीं लगता कि इन्होंने रामचरित मानस न पढ़ा हो। दोहा, श्लोक आदि का वाचन भी बेहतरीन होता है। सिर्फ मंचन ही नहीं दर्शकों में भी मुस्लिम की संख्या आती है। डायरेक्टर सोनू तिवारी एवं उप कोषाध्यक्ष जय प्रकाश तिवारी ने बताया कि रामलीला की आरती भी मुस्लिम युवकों की आवाजों से होती है।
इस रामलीला में सभी जाति धर्मों का विशेष सहयोग रहता है। मंच तैयार करना, साज सजावट आदि में भी सभी का सहयोग मिलता है यही कारण है कि पिछले 34 वर्षों से यह रामलीला अनवरत खेली जा रही है। इस रामलीला में मोहरियांव के अलावा गोपालपुर, रयां, भिखारीपुर, थलोई, मुस्तफाबाद, बारा, ऊंचगाँव समेत अन्य कई गांवों से लोग देखने आते हैं। इस रामलीला के सफल आयोजन में सूर्यमणि दुबे, संतोष मिश्र, रविंद्र, कमलेश, विशंभर, पवन गुप्ता, मोनू विश्वकर्मा सहित सभी ग्रामीणों का सहयोग रहता है।
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